
नई दिल्ली । दिल्ली से सटे नोएडा में बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने भी बड़े-बड़े समूह से मदद लेने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में सीईओ के प्रयास ने अडाणी ने नोएडा को 300 ऑक्सीजन सिलेंडर देने का निर्णय लिया है। इनमें से 99 बड़े सिलेंडर गुरुवार सुबह नोएडा पहुंच जाएंगे। अगले दो-तीन दिन में करीब 200 छोटे सिलेंडर भी आ जाएंगे। प्राधिकरण इन सिलेंडर को जिला प्रशासन के हवाले कर देगा। प्रशासन के स्तर से जरूरत के हिसाब से अस्पतालों में दिए जाएंगे। इसके अलावा बड़े अन्य संस्थानों से अलग-अलग तरह की मदद लेने की बातचीत चल रही है।
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि अब शहर के साथ-साथ पूरे देश में बड़े स्तर पर कोरोना संकट गहराया हुआ है। ऐसे में अब बड़े औद्योगिक घरानों व संस्थानों से सीएसआर के तहत मदद लेने का निर्णय लिया है। ऐसे में उन्होंने खुद बड़े-बड़े संस्थानों से संपर्क कर मदद करने का आग्रह किया है। सीईओ ने बताया कि अडाणी को नोएडा में हाल ही में जमीन आवंटित की गई थी। ऐसे में अडाणी समूह से ऑक्सीजन सिलेंडर देने का आग्रह किया गया था। इस मामले में उन्होंने सहमति दे दी है। अडाणाी समूह ने 399 सिलेंडर नोएडा को देने को सहमति दी है। इनमें 199 बड़े व 200 छोटे सिलेंडर हैं। ये सिलेंडर गुजरात से आएंगे। इसी बीच लखनऊ में 100 सिलेंडर की सख्त जरूरत है। इसको देखते हुए अब नोएडा में 99 बड़े सिलेंडर मिलेंगे। सीईओ ने बताया कि गुरुवार सुबह तक बड़े वाले जंबो डी टाइप के ऑक्सीजन सिलेंडर शहर में आ जाएंगे। बाकी छोटे सिलेंडर दो-तीन दिन में आ जाएंगे। यहां आने पर सिलेंडरों को जिला प्रशासन के हवाले कर दिया जाएगा। प्रशासन ही अपने स्तर से वितरित करेगा। इसके अलावा भी सिलेंडर देने की सहमति इस समूह ने दी है। सीईओ ने बताया कि अन्य बड़े संस्थानों से भी कोरोना संकट में अलग-अलग तरह की मदद को लेकर बातचीत चल रही है लेकिन अभी सहमति स्तर पर नहीं पहुंची है। नोएडा स्टेडियम में करीब 50 बेड़ की क्षमता के बनने वाले आइसोलेशन सेंटर का सेटअप भी अडाणी समूह सीएसआर के माध्यम से करेगा। इसको लेकर भी उन्होंने सहमति दे दी है। कम से कम तीन महीने के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाने पर करीब दो करोड़ रुपए के आसपास खर्चा आएगा।