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 हाईकोर्ट ने खारिज की मौत को उम्रकैद में बदलने की याचिका, उमेश रेड्डी को अब सजाए मौत तय  -20 से ज्यादा महिलाओं के रेप, लूट और हत्या का दोषी है उमेश रेड्डी, राष्ट्रपति पहले ही खारिज कर चुके हैं दया याचिका  

 हाईकोर्ट ने खारिज की मौत को उम्रकैद में बदलने की याचिका, उमेश रेड्डी को अब सजाए मौत तय  -20 से ज्यादा महिलाओं के रेप, लूट और हत्या का दोषी है उमेश रेड्डी, राष्ट्रपति पहले ही खारिज कर चुके हैं दया याचिका  

बेंगलुरु । जेल तोड़कर भागने में एक्सपर्ट और देश के अलग-अलग हिस्सों में कई महिलाओं के साथ बलात्कार और लूट कर उनकी हत्या करने वाले उमेश रेड्डी को मौत की सजा मिलना लगभग तय है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने रेड्डी की फांसी का रास्ता साफ कर दिया है। बेंच ने दोषी की मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने वाली अपील को खारिज कर दिया है। 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इससे पहले ही दोषी की दया याचिका खारिज कर चुके हैं। उमेश रेड्डी देश के अलग-अलग हिस्सों में 20 से ज्यादा महिलाओं की बलात्कार और लूट के बाद हत्या कर चुका है। इनमें से ज्यादातर पीड़िताएं कर्नाटक की थी, लेकिन रेड्डी ने महाराष्ट्र, गुजरात और कश्मीर में भी वारदातों को अंजाम दिया था। वह पहली बार 1997 में दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। न्यायिक हिरासत के दौरान रेड्डी बेल्लारी हिंडाल्गा जेल से भागने में सफल हो गया था। 
खास बात यह है कि 1998 में चित्रदुर्ग में एक विधवा के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आने तक पुलिस उसका पता नहीं लगा सकी थी। हालांकि, इस गिरफ्तार के बाद भी वह पुलिस हिरासत से भाग गया था। जेल तोड़ने में माहिर रेड्डी तीन बार कैद से भाग चुका है। बेल्लारी हिंडाल्गा जेल कर्नाटक का सबसे बड़ा और देश के सुरक्षित जेलों में से एक है। राज्य के लगभग सभी कुख्यात अपराधियों को इसी जेल में रखा जाता है। इतिहास में रेड्डी के अलावा यहां से किसी भी कैदी के भागने की खबर नहीं है। पुलिस उपायुक्त एसके उमेश ने बताया कि वह सेक्स के लिए पागल और मनोरोगी है। मैं मामले में जांच अधिकारी था। मेरी टीम और मैंने सबूत इकट्ठे और कोर्ट के सामने उन्हें पेश करना सुनिश्चित किया था। कई मामलों में अपराधी केवल सबूतों और गवाहों के अभाव में न्यायपालिका से बच जाते हैं। अब मैं बहुत खुश हूं। सत्र न्यायालय ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन उसने दया याचिका लगाई। राष्ट्रपति और हाईकोर्ट ने भी दया याचिका पर ध्यान नहीं दिया। 
उन्होंने कहा उमेश रेड्डी जैसे मनोरोगी समाज के लिए जहर की तरह हैं। उसका जीवन और कोर्ट का फैसला दूसरे अपराधियों के लिए सबक बनेगा। 
पुलिस पूछताछ के दौरान रेड्डी ने 18 बलात्कार और हत्या की बात स्वीकार कर चुका है। इनमें से पुलिस 11 को अदालत में साबित करने में सफल रही। अधिकारियों को शक है कि वह बलात्कार, हत्या और लूट के 20 से ज्यादा मामलों में शामिल है। उमेश रेड्डी देशभर में घूमता रहता था। वह कभी एक जगह पर एक साल से ज्यादा नहीं रहा। वह उन महिलाओं को निशाना बनाता था, जो घर पर अकेली होती थीं। रेड्डी रात में घर में घुसकर महिलाओं के साथ बलात्कार करने के बाद उन्हें लूट लेता था और फिर उनकी हत्या कर देता था। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि वह मनोरोगी था और महिलाओं को मारने में उसे मजा आता था।
 

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