
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटे निषाद पार्टी ने भी बुधवार को गोरखपुर में अपना दम दिखाया। चंपा देवी पार्क में सम्मान समारोह के बहाने निषाद वोट बैंक पर संजय निषाद ने अपना अधिकार जमा दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने संजय निषाद का नोटों की माला पहनाकर स्वागत किया। संजय निषाद ने आरक्षण के मुद्दे कहा कि, ‘बीजेपी की सरकार हमारी आरक्षण के मांग पर तेजी से काम कर रही है और जल्द ही हम लखनऊ में गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक मंच पर इसकी घोषणा करेंगे। विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी और निषाद पार्टी का गठबंधन बीजेपी के ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सीटें जीतने वाला गठबंधन बनेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की मछुआ बाहुल्य सीटों पर भी निषाद पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी गोरखपुर जोन की मछुआ (निषाद) बहुल सीट पर अपने सिम्बल पर जीत दर्ज करने का काम करेगी। निषाद पार्टी का विजय रथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश की सभी 403 सीटों पर जाएगा और मछुआ बहुल 160 सीटों पर मैरुन और भगवा झंडा लहरेगा। निषाद पार्टी के सभी मुद्दे मछुआ एससी आरक्षण, तालघाट बालू का मुद्दा, कार्यकर्ताओं पर दर्ज राजनैतिक मुकदमों की वापसी, बहन विरांगना फूलन देवी की मौत की सीबीआई जांच और विरासत की जांच के मामले पर सहमति बन गई है और जल्द ही सच समाज के सामने होगा। विकासशील इंसान पार्टी यानी वीआईपी के यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने पर संजय ने कहा कि, ‘उनका जब वहां बिहार में कोई आस्तित्व नहीं है तो यहां पर क्या होगा। निषादों का सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस ने उन्हें आरक्षण नहीं दिया, जबकि सपा की सरकार के दौरान निषादों पर गोलियां चलाई गईं थीं।’