
अमेठी । अमेठी दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने शहर को अपना घर बताया। राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि हिन्दू पूरी जिंदगी सच्चाई के रास्ते पर चलने में लगा देता। सच्चाई ढूंढने और उसके लिए लड़ने में लगा देता है। डर का सामना करता है, उसके सामने झुकता नहीं। डर को क्रोध और हिंसा में नहीं बदलने देता। हिन्दुत्वत्वादियों का काम झूठ प्रयोग कर सत्ता छीनने का होता है। ये नफरत फैलाते हैं और सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। राहुल गांधी ने अमेठी की जनता से कहा कि कुछ दिन पहले प्रियंका ने कहा लखनऊ चलो। मैंने कहा, लखनऊ जाने से पहले घर जाना चाहता हूं। पहले घर में परिवार से बात करना चाहता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि साल 2004 में यहां से मैंने पहला चुनाव लड़ा और आपने बहुत सिखाया। आपने रास्ता दिखाया, मेरे साथ चलें। इसके लिए धन्यवाद। राहुल बोले कि की हालत दिख रही है। मेरे दो सवाल हैं - बेरोजगारी और मंहगाई। इन सवालों का जवाब न मुख्यमंत्री देते हैं न प्रधानमंत्री कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री गंगा में स्नान कर रहे थे, लेकिन प्रधानमंत्री ये नहीं बता सकते कि रोजगार क्यों नहीं मिल रहा? इतनी तेजी से मंहगाई क्यों बढ़ रही है? इस देश के छोटे व्यापार वाले रोजगार देते हैं। उन पर मोदी ने आक्रमण किया हुआ है। नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना के समय कोई सहायता नहीं दी गई। इस वजह से छोटे व्यापार बंद हो गए हैं। उनका व्यापार दो-तीन पूंजीपति मित्रों को दे दिया गया है। राहुल ने कहा कि वो किसानों का हित बता कर 3 काले कानून लाए। देश भर में किसानों ने विरोध किया तो साल भर बाद प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, कहा गलती हो गई। संसद में सरकार ने कहा आंदोलन में कितने किसान शहीद हुए ये नहीं मालूम। क्या छोटे दुकानदारों को नोटबन्दी, जीएसटी का फायदा मिला? नोटबंदी, जीएसटी, कृषि कानूनों का एक ही लक्ष्य है, हम दो हमारे दो। नरेंद्र मोदी उनके लिए काम करते हैं और वो मोदी की मार्केटिंग में मदद करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मेरा भाषण 30 सेकंड चलेगा, लेकिन मोदी का भाषण 6 महीने चलेगा । कभी गंगा स्नान करेंगे, कभी हाईवे पर हवाई जहाज लैंड करेगा।। लक्ष्य आपका ध्यान भटकाना है। राहुल गांधी ने कहा कि आज लद्दाख में चीन की सेना देश के अंदर बैठी है। हजार किलोमीटर दिल्ली जितनी जमीन छीन कर अपनी बना ली है। पीएम ने न कुछ कहा, न किया। पूछने पर कहा किसी ने जमीन नहीं ली। बाद में रक्षा मंत्रालय कहता है चीन ने हमारी जमीन ली है।