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धूमकेतु की लाल-हरे और नीले रंग की तस्वीर कैद -लियोनार्ड की एक तस्वीर छाई हुई है सोशल मीडिया में 

धूमकेतु की लाल-हरे और नीले रंग की तस्वीर कैद -लियोनार्ड की एक तस्वीर छाई हुई है सोशल मीडिया में 

न्यूयॉर्क । धूमकेतु लियोनार्ड की एक तस्वीर सोशल मीडिया में छाई हुई है।  धरती के करीब से गुजर रहे विशालकाय धूमकेतु की इस तस्वीर में लियोनार्ड हरे, नीले और लाल रंग की रोशनी बिखेरता हुआ दिखाई दे रहा है। इस तस्वीर को अमेरिका के एरिजोना के एस्ट्रोफोटोग्राफर एंड्रयू मैककार्थी ने घंटों इंतजार के बाद अपने कैमरे में कैद किया है। यह धूमकेतु काफी तेजी से सूर्य का चक्कर लगा रहा है। लियोनार्ड धूमकेतु की खोज पिछले साल 3 जनवरी को खगोलशास्त्री ग्रेगरी जे लियोनार्ड ने एरिज़ोना में माउंट लेमोन इन्फ्रारेड ऑब्जर्वेटरी में की थी। नासा ने इस धूमकेतु को सी/2021 एआई के रूप में सूचीबद्ध किया था। अपनी खोज के बाद से यह धूमकेतु लगभग 160000 मील प्रति घंटे की गति से सूर्य और पृथ्वी दोनों के पास तेजी से आ रहा था। यह धूमकेतु 12 दिसंबर को पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचा था। तब पृथ्वी और इस धूमकेतु के बीच की दूरी 21.6 मिलियन मील (34.9 मिलियन किमी) मापी गई थी। बाद में यह 3 जनवरी को सूर्य के सबसे निकटतम बिंदु पर पहुंच गया था।
 उस समय सूर्य और उस धूमकेतु के बीच की दूरी 57.2 मिलियन मील (92 मिलियन किमी) थी। यह धूमकेतु अब हमारे सौर मंडल से बाहर निकल रहा है, जिसे पृथ्वी के लोग फिर कभी नहीं देख पाएंगे। फोटोग्राफर मैकार्थी ने लियोनार्ड धूमकेतु की तस्वीर को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। रोम में इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एस्ट्रोफिजिक्स एंड प्लैनेटोलॉजी के एक ग्रह वैज्ञानिक जियानरिको फिलाचियोन ने कहा कि इस धूमकेतु के पूंछ में दिख रही हरे रंग के लिए भाप में बदल रही इसकी बर्फ जिम्मेदार है। वह भाप इसके नाभिक के आसपास मौजूद धूल से मिल रही है। उन्होंने बताया कि धूमकेतु की गैसें उसके नाभिक में बर्फ में कैद होती हैं और तब निकलती हैं जब धूमकेतु सूर्य के करीब पहुंच जाते हैं।
 मैककार्थी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिमी आकाश में काफी नीचे होने के बावजूद मैं करीब 12 मिनट तक इस धूमकेतु का क्लोजअप शॉट लेता रहा। जिसके बाद मुझे इस धूमकेतु के नाभिक के चारों ओर अविश्वसनीय संरचना और रंग दिखाई दी। उन्होंने बताया कि इस धूमकेतु की दूरी इतनी ज्यादा थी कि इसे नंगी आंख से नहीं देखा जा सकता था। इसके लिए मैंने दूरबीन का सहारा लिया। 
 

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