YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल नार्थ

हरियाणा नगर निकाय चुनाव बिना गठबंधन के लड़ेगी बीजेपी, पार्टी का  फैसला सर्वमान्य:गोयल

हरियाणा नगर निकाय चुनाव बिना गठबंधन के लड़ेगी बीजेपी, पार्टी का  फैसला सर्वमान्य:गोयल

अंबाला। बीजेपी ने हरियाणा में नगर निकाय का चुनाव बिना गठबंधन के लड़ने का एलान किया है। बीजेपी यह चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेगी। नगर निकाय चुनावों में अकेले उतरने के फैसले पर बीजेपी विधायक असीम गोयल ने  कहा कि यह हर कार्यकर्ता के लिए सर्वमान्य है राजनीति में कई बार ऐसी परिस्थितियां पैदा हो जाती हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की कुरुक्षेत्र रैली को लेकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा बीजेपी विधायक ने कहा कि हमें उम्मीद है केजरीवाल धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में झूठ नही बोलेंगे।
  कल हिसार में बीजेपी प्रदेश कार्यकारणी की मीटिंग हुई थी, जिसमें नगर परिषद का चुनाव पार्टी पर लड़ने का फैसला हुआ। बीजेपी बिना किसी गठबंधन के ही निकाय चुनाव लड़ेगी। ऐसे में हरियाणा में राजनीति का गर्माना तय माना जा रहा है। विधायक असीम गोयल ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पार्टी का फैसला सैनिक की तरह डटे कार्यकर्ता के लिए सर्वमान्य है। हरियाणा में गठबंधन सरकार भविष्य में भी पहले की भांति सेवा करती रहेगी दोनों दल अपनी अपनी रणनीति बनाकर बेहतर चुनाव लड़ेंगे। गठबंधन में दरार के सवाल पर उन्होंने कहा की कई बार परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं जनता की सेवा के लिए साथ रहकर और आमने सामने होकर भी काम करना पड़ता है।
  आप आदमी पार्टी द्वारा कुरुक्षेत्र रैली से बदलाव लाने के दावे पर बीजेपी विधायक असीम गोयल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि केजरीवाल महाभारत और गीता की पवित्र भूमि कुरुक्षेत्र से कोई झूठ नहीं बोलेंगे और ना ही हरियाणा में झूठे वादों की नींव रखेंगे। अरविंद केजरीवाल जनता को मुफ्त योजनाओं का लालच देकर सीमित संसाधनों तक समेटना चाहते हैं। वहीं हरियाणा में आगामी महीने में होने वाले निकाय चुनावों पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पार्टी ने मिलजुल कर सोच- विचार करके फैसला किया है कि अपने दम पर चुनाव लड़ा जाएगा। निकाय चुनावों में बीजेपी जीत दर्ज करेगी।
  इसके साथ ही अनिल विज ने अरविंद केजरीवाल कटाक्ष भी किया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी धोखे से बनी पार्टी है जिसका जन्म अन्ना हजारे के आंदोलन में धोखे से हुआ। आंदोलन में कहीं एजेंडा नहीं था कि इस आंदोलन के जरिए राजनीतिक पार्टी बनाई जाएगी। मगर कुछ शातिर लोगों ने धोखे से पार्टी बनाई।
 

Related Posts