
जामैटो, स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलिवरी और डाइन-इन एग्रिगेटर्स अपने सदस्यों को दिए जाने वाले मौटे डिस्काउंट सहित दूसरे ऑफर्स को वाजिब स्तर पर लाने को राजी हो गए हैं। पिछले दो दिनों में कई बैठकों के बाद एक रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने यह जानकारी दी। नैशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट राहुल सिंह ने कहा, इसबात पर राजीनामा हुआ है कि सभी एग्रीगेटर अपने फीचर्स में बदलाव करे जिससे रेस्टोरेंट कस्टमर इकोसिस्टम को बड़े डिस्काउंट की आदत से छुटकारा दिलाया जा सकेगा जिसने इंडस्ट्री को मुश्किल में डाल दिया है। डीप डिस्काउंट की फंडिंग ऐग्रिगेटर्स नहीं, रेस्टोरेंट इंडस्ट्री की तरफ से होती है। गेस्ट से मिलनेवाली सब्सक्रिप्शन फीस की आमदनी एग्रिगेटर्स रेस्टोरेंट के साथ शेयर नहीं करते।'
1800 से ज्यादा मेंबर रेस्टोरेंट्स वाली असोसिएशन एनआरएआई ने डीप डिस्काउंटिंग के खिलाफ अभियान चलाया जिसके तहत इन एग्रिगेटर्स की डाइन-इन सर्विसेज को पिछले छह दिनों से बंद किया गया था। बैठक में मौजूद लोगों के मुताबिक जामैटो ने कहा है कि वह अपने गोल्ड मेंबरशिप प्रोग्राम में बदलाव करने पर विचार करेगी। इस प्रोग्राम के तहत कस्टमर्स को पार्टिसिपेटिंग रेस्टोरेंट की तरफ से एक डिश या दो ड्रिंक फ्री में मिलते हैं। सूत्र के मुताबिक जामैटो ने रेस्टोरेंट्स से यह भी कहा कि वह ऑर्डर लेने में देरी होने और डिलिवरी टाइम मिस होने पर लेट फाइन वसूल किए जाने का प्रपोजल भी वापस ले लेगी।