
वैश्विक बाजारों में बढ़ोतरी के बाद भी देश में सस्ते आयात की वजह से पिछले सप्ताह अधिकांश तेल तिलहन कीमतों में गिरावट देखी गई। बाजार सूत्रों ने कहा कि साधारण मांग की वजह से केवल सरसों दाना और सीपीओ एक्स-कांडला के भाव में तेजी के अलावा अन्य तेल तिलहनों के दाम घाटे के साथ बंद हुए। देश में त्योहारी मांग आने वाले दिनों में बढ़ने की संभावना है। पिछले सप्ताह हालांकि सरसों दाना (तिलहन फसल) का भाव पांच रुपए की मामूली तेजी के साथ 3,925-3,945 रुपए प्रति क्विन्टल पर बंद हुआ।
इसके अलावा सरसों दादरी का भाव 7,900 रुपए क्विन्टल के पूर्व सप्ताहांत के स्तर पर ही अपरिवर्तित रुख लिए बंद हुआ। दूसरी ओर सरसों पक्की और कच्ची घानी के भाव पांच-पांच रुपये की गिरावट के साथ 1,285-1,585 रुपए और 1,485-1,685 रुपए प्रति टिन पर अपरिवर्तित बंद हुए। मूंगफली दाना और मूंगफली मिल डिलिवरी गुजरात के भाव 20 रुपए और 250 रुपए नुकसान के साथ 4,710-4,860 रुपए और 11,250 रुपए प्रति क्विन्टल पर बंद हुए। जबकि मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड के भाव 1,885-1,925 रुपए प्रति क्विन्टल पर अपरिवर्तित रुख के साथ बंद हुए। स्थानीय व्यापारियों की साधारण मांग के कारण तिल मिल डिलिवरी की कीमत 500 रुपए के नुकसान के साथ 11,500-17,000 रुपए प्रति क्विन्टल पर बंद हुई। सोयाबीन मिल डिलिवरी दिल्ली के भाव 40 रुपए के नुकसान के साथ 8,080 रुपए प्रति क्विन्टल पर बंद हुए, जबकि सोयाबीन डीगम के भाव 100 टूटकर 7,000 रुपये प्रति क्विन्टल पर बंद हुए।