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गणेशोत्सव: हर्ष के बीच मातम, 24 घंटे में 40 की डूबकर मौत

गणेशोत्सव: हर्ष के बीच मातम, 24 घंटे में 40 की डूबकर मौत

गणेशोत्सव: हर्ष के बीच मातम, 24 घंटे में 40 की डूबकर मौत नई दिल्ली। देश में गणेशोत्सव पर्व का समापन हो गया पर विघ्नहर्ता के विसर्जन को दौरान अति उत्साह और खुशी में लोगों ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जिसके चलते बीते 24 घंटे में 40 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। ये घटनाएं राजधानी दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में हुईं। मौत का यह आंकड़ा सिर्फ पिछले 24 घंटों का है। सबसे ताजा मामला राजधानी दिल्ली का है। यहां विसर्जन के बाद यमुना में नहाने की जिद में 4 कॉलेज स्टूडेंट ने जान गंवा दी। वहीं इससे पहले एमपी के भोपाल में नाव पलट गई थी। उस भयंकर हादसे में 11 लोगों ने जान गंवाई। भोपाल में दशकों बाद किसी हादसे में इतने लोगों की जान गई है। यह हादसा शुक्रवार को दिल्ली में हुआ। यहां यमुना में नहाने की जिद में दो लड़के और दो लड़कियों की डूबकर जान चली गई। सभी डीयू के स्टूडेंट्स थे। गोताखोरों ने लगातार अभियान चलाकर चारों की बॉडी बरामद कर ली। मृतकों की पहचान पार्वती उर्फ प्रियंका (21), पिंकी (20), उमेश यादव (21) और निकित कुमार (21) के तौर पर हुई है। सभी निहाल विहार इलाके के रहने वाले थे।
पुलिस के मुताबिक, सात स्टूडेंट्स गणेश विसर्जन के लिए अलीपुर के पल्ला गांव के पास यमुना नदी में आए थे। यहां विसर्जन की अनुमति नहीं थी। लेकिन ये सभी वॉलंटियर्स से झगड़ा करने के बाद नजरें बचाकर दूसरी जगह यमुना में नहाने आ गए। इस दौरान पार्वती का पैर फिसल गया और वह डूबने लगी तो उसने पिंकी को पकड़ लिया। दोनों डूबने लगीं तो उमेश और निकित उन्हें बचाने लगे और चारों गहरे पानी में चले गए। अन्य लड़कों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे। फिर काफी खोजबीन के बाद चारों की लाश ही मिली। वहीं इससे पहले भोपाल में गणपति विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट पर दर्दनाक हादसा हुआ था। वहां नाव पलटने से 11 ने जान गंवाई। इसमें 12 साल का बच्चा परवेज खान भी था, जिसकी मां रोते हुए बार-बार एक ही सवाल कर रही है कोई तो मेरे बेटे को लेकर आओ। वो मुझसे कहकर गया था मैं गणेज विसर्जन में जा रहा हूं, थोड़ी देर हो जाएगी। लेकिन वो नहीं आया, पहले मेरा पति छोड़कर चला गया और अब बेटे ने भी मेरा साथ छोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक परवेज के पिता सईद की 6 साल पहले ही मौत हो चुकी है। परवेज मजदूरी करके घर के खर्चे में सहयोग करता था। आसपास के लोगों ने बताया कि परवेज हर साल मुहल्ले के गणेश उत्सव में शामिल होता था। वह करीब पांच साल से इस कार्यक्रम में भाग ले रहा था। इसके अलावा विसर्जन के दौरान महाराष्ट्र के अलग अलग इलाकों में डूबकर मरने वालों की तादाद 18 तक पहुंच गई है। वहीं यूपी के मुरादाबाद में भी दो लोग डूबे। 


 

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