YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

वर्ल्ड नेशन रीजनल

भारत हमें बर्बादी की ओर ढकेल रहा, बातचीत के सब रास्ते बंद, अब युद्ध ही एकमात्र विकल्प : इमरान

भारत हमें बर्बादी की ओर ढकेल रहा, बातचीत के सब रास्ते बंद, अब युद्ध ही एकमात्र विकल्प : इमरान

भारत हमें बर्बादी की ओर ढकेल रहा, बातचीत के सब रास्ते बंद, अब युद्ध ही एकमात्र विकल्प : इमरान
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद अब भारत के साथ बातचीत का कोई सवाल नहीं उठता है। उन्होंने भारत के साथ पारंपरिक युद्ध की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरु हुआ तो यह भारतीय उप-महाद्वीप से आगे भी जा सकता है। उन्होंने भारत के साथ पारंपरिक युद्ध की चेतावनी देते हुए कहा कि यह भारतीय उपमहाद्वीप से परे जा सकता है। खान ने कहा इसलिए हमने संयुक्त राष्ट्र का रुख किया, हम प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय मंच पर जा रहे हैं और उन्हें इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मेरा मानना है कि भारत के साथ युद्ध एक संभावना हो सकती है। ध्यान देने की बात यह है कि इसका संभावित विध्वंस भारतीय उपमहाद्वीप से परे भी जा सकता है।
इमरान ने कहा पाकिस्तान कभी भी अपनी तरफ से युद्ध की शुरुआत नहीं करेगा। पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अमनपसंद हूं। मैं किसी भी स्थिति में युद्ध नहीं चाहता। मेरा मानना है कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं होता, लेकिन जब दो परमाणु हथियार संपन्न देश लड़ते हैं और अगर यह लड़ाई पारपंरिक हो तो हमेशा उसका अंत परमाणु युद्ध के रूप में होने की आशंका रहती है। इसके नतीजे अकल्पनीय हैं। खान ने कहा खुदा न खास्ता अगर पारंपरिक लड़ाई शुरु हो जाए और हम हारते दिखाई दें तब हमारे सामने केवल दो विकल्प होंगे या तो आत्मसमर्पण करें या अपनी आजादी के लिए आखिरी सांस तक लड़ें, आप स्वयं कल्पना कर सकते हैं कि ऐसी स्थिति में पाकिस्तान क्या करेगा। 
उल्लेखनीय है कि बीती पांच अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को खत्म करते हुए राज्य को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया है। इसके बाद इस्लामाबाद-नई दिल्ली में तनाव और बढ़ गया है। पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया में भारत के साथ राजनयिक संबंध सीमित करने के साथ-साथ भारतीय उच्चायुक्त को वापस भेज दिया। खान ने दावा किया कि हाल तक पाकिस्तान ने भारत के साथ बातचीत की कोशिश की ताकि 'सभ्य पड़ोसी की तरह रह सकें। और कश्मीर मुद्दे पर मतभेद का समाधान राजनीतिक स्तर पर कर सकें। उन्होंने आरोप लगाया भारत पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की काली सूची डालने की कोशिश कर रहा है। खान ने कहा अगर पाकिस्तान को एफएटीएफ की काली सूची में डाला जाता है, तो इसका यह मतलब होगा कि उसपर कड़े आर्थिक प्रतिबंध। वे हमें आर्थिक रूप से दिवालिया करने की साजिश कर रहे हैं। इमरान ने कहा जब हमें अहसास हुआ कि भारत सरकार पाकिस्तान को तबाही के रास्ते पर ले जाने के एजेंडे पर चल रहा है, तब हमने अपने कदम पीछे खींच लिए।  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के खिलाफ अपने ही संविधान के अनुच्छेद-370 को खत्म कर कश्मीर को मिलाने के बाद भारत सरकार के साथ बातचीत का सवाल ही नहीं है। उधर, भारत ने अनुच्छेद-370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने के फैसले को आंतरिक मामला बताते हुए इस मुद्दे पर पाकिस्तान के गैर जिम्मेदाराना और भड़काऊ बयान की आलोचना की है। 


 

Related Posts