
प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी से भाजपा हुई हमलावर
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के अब कुछ ही महीने बचे हैं लेकिन प्रदूषण को लेकर सियासत चुनावी स्तर पर हो रही है। प्रदूषण और पानी को लेकर दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमलावर हो गई है। लगातार केजरीवाल सरकार के खिलाफ मुद्दों की तलाश में रहने वाली बीजेपी को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से चुनावी मौसम में बड़ा सहारा मिला है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि केजरीवाल दिल्ली के लोगों को बीमारियां और मौत बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को यह कहना पड़ा कि दिल्ली नर्क से भी बुरी हालत में है । भारत में जीवन इतना सस्ता नहीं है जितना आप समझते हैं। आपको इसका भुगतान करना पड़ेगा। दिल्ली के लोगों को तिल-तिल मारने से बेहतर है कि एक बार में 15 बैग में विस्फोटक ले आइए और लोगों को एक साथ खत्म कर दीजिये। मनोज तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से अपेक्षा रखती है कि सर्वोच्च न्यायालय की सख्त टिप्पणी के बाद उन्हें सदबुद्धि आयेगी। मनोज तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते दिल्ली सरकार के साथ बैठकर दिल्ली की समस्याओं के निदान के लिये काम करना चाहती है लेकिन केजरीवाल दिल्ली की समस्याओं को लेकर विपक्ष के साथ कोई बैठक ही नहीं करना चाहते। सिग्नेचर ब्रिज पर भी हम सरकार के साथ खड़े होने गए थे, लेकिन उन्होंने वहां भी विपक्ष के साथ बदसलूकी की। मनोज तिवारी ने कहा कि दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल करदाताओं के 400 करोड़ रुपये अपना चेहरा चमकाने पर बरबाद कर दिए, इससे आधे पैसों को अगर स्मोक टावर लगाने और इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने में लगाया होता तो दिल्ली की यह हालत नहीं होती। केजरीवाल ने करदाताओं के करोड़ों रुपयों को बर्बाद किया है। वह उनसे वसूला जाना चाहिए, जिसके लिए दिल्ली के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। मनोज तिवारी ने यह भी आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने 2600 एयर प्यूरीफायर और आरओ अपने खास लोगों को दिया है जबकि दिल्ली के लोग जहरीली हवा और दूषित पानी पीने से बेहाल हैं।