
टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने के प्रयास में लगे हैं जेरेमी पिता के सपने को पूरा कर रहा
युवा ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भारोत्तोलक जेरेमी लालरिनुंगा 2020 टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने के प्रयास में लगे हैं। जेरेमी ने इस साल 67 किग्रा भार वर्ग में दो रजत पदक जीते है। इस 17 वर्षीय खिलाडी ने कहा, ‘‘मैं 2020 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की तैयारी कर रहा हूं। थाईलैंड में ईजीएटी कप अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप और छठे कतर अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप में हालांकि उन्हें रजत पदक ही मिल पाया है पर खेलो इंडिया के पहले और दूसरे सत्र में स्वर्ण जीतने से जेरेमी उत्साहित हैं। इस खिलाड़ी ने कहा कि खेलो इंडिया से युवा खिलाड़ियों को अनुभव का अच्छा अवसर मिलता है। जेरेमी ने यह यह भी कहा है कि वह देश का प्रतिनिधित्व करके अपने पिता के सपने को पूरा कर रहे है। जेरेमी के पिता भी जूनियर मुक्केबाजी चैम्पियन रहे थे पर उन्हें कभी देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला था। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता मेरे करियर के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। मैंने जब से भरोत्तोलन में हाथ आजमाने का फैसला किया उन्होंने तभी से मेरा पूरा साथ दिया है। वह मुक्केबाज थे, उन्होंने खिलाड़ी के तौर पर अपने अनुभव मुझ से साझा किये है। वह जूनियर चैम्पियन थे पर देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर उन्हें नहीं मिल पाया इसलिए मैं उनके सपने को साकार कर रहा हूं।