
मदनलाल बोले- क्रिकेट विशेषज्ञ की भूमिका मेरी आजीविका, उसे नहीं छोड़ सकता
लोकप्रिय खेल क्रिकेट को लेकर लोगों की दीवानगी भारत में गजब की है वहीं इससे जुड़ी संस्थाएं भी खासी चर्चा में रहती हैं। बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) विवादों में रही है। इसके सदस्यों पर हितों के टकराव के आरोप लगते रहे हैं। यही वजह है कि इससे जुड़े पूर्व दिग्गजों, जिनमें सचिन तेंडुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और मौजूदा बीसीसीआई चीफ सौरभ गांगुली शामिल हैं, को सीएसी से हटना पड़ा था। क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार को नई सीएसी का ऐलान किया। इसमें वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे मदन लाल बीसीसीआई की सीएसी के सदस्य बनाए गए हैं। उनके साथ पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर आरपी सिंह और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर रह चुकीं सुलक्षणा नाइक को भी कमेटी में रखी गई हैं। कमेटी एक साल के लिए बनाई गई है।
नई सीएसी के आधिकारिक ऐलान के बाद मदन ने कहा कि वह खुश हैं कि उन्हें मौका दिया गया। इस कमेटी का मुख्य काम तो नेशनल सिलेक्टर्स को चुनना है लेकिन बाकी जिम्मेदारियों के बारे में उन्हें अभी पता नहीं। हालांकि, जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें टीवी पर क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर अपनी भूमिका छोड़नी पड़ेगी, इस पर मदन ने कहा कि वह अपना काम नहीं छोड़ सकते क्योंकि यह उनकी आजीविका है। पहले भी जो पूर्व क्रिकेटर्स सीएसी में रहे हैं उन पर हितों के टकराव का मामला उठा है। सीएसी के सदस्यों को वेतन के तौर पर कुछ मिलेगा, इस पर मदन ने कहा कि उन्हें अभी इसकी जानकारी नहीं कि सेवा के लिए क्या शर्तें होंगी। उल्लेखनीय है कि सौरभ गांगुली सीएसी को वेतन देने से मना कर चुके हैं।