
भारतीय खिलाड़ियों को कोविड-19 महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान ट्रेनिंग के लिये जगह की कमी हो रही है जो उनके लिये शारीरिक रूप से नुकसानदायी हो सकती है। ऐसा मानना है टीम के पूर्व फिजियोथेरेपिस्ट जान ग्लॉस्टर का। मालूम हो कि कोरोना वायरस के कारण विश्व भर में 27,000 लोगों की जान जा चुकी हैं जबकि 600,000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। पूरी दुनिया में खिलाड़ी अलग रह रहे हैं जिसमें काफी क्रिकेटर भी शामिल हैं जिनमें से इंग्लैंड के बेन स्टोक्स और जोस बटलर ने अपने घर में वर्जिश की वीडियो साझा की हैं।’’ भारतीय टीम के साथ 2005 से 2008 तक काम कर चुके ग्लॉस्टर ने कहा, ‘‘द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह शायद पहली बार होगा जब हर क्रिकेटर मैच फिटनेस के लिहाज से एक ही जगह से शुरूआत करेगा। हर कोई बिना मैच फिटनेस के टूर्नामेंट में प्रवेश करेगा जिससे चोटों का जोखिम भी बढ़ेगा क्योंकि सभी खिलाड़ियों से हमेशा 100 प्रतिशत होने की उम्मीद की जाती है। ’’ ग्लॉस्टर ने कहा, ‘‘दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की तुलना में भारतीय खिलाड़ियों को अभ्यास के लिये जगह की काफी कमी हो रही है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां जगह की काफी समस्या है। मैंने ब्रिटेन में खिलाड़ियेां के काफी वीडियो देखें हैं जिसमें उनके खुद के जिम हैं, उनके पास काफी जगह है और मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को शायद यहीं नुकसान होगा।