
कोरोना महामारी के कारण अब सभी खिलाड़ी घर में ही अभ्यास कर रहे हैं। ओलिंपिक्स टिकट हासिल करने वाली मुक्केबाज पूजा रानी का कहना है कि अपने 10 साल के मुक्केबाजी करियर में यह पहला अवसर है जब वह इतने समय तक घर पर रही हैं। उन्होंने कहा कि घर का खाना खाकर अच्छा लग रहा है पर रूटीन काम नहीं हो पाने से ऊबने लगी हूं। पूजा ने कहा कि स्थिति यह हो गई है कि काफी समय से बॉक्सिंग ग्लब्स नहीं पहन पाई हूं। उन्होंने कहा, 'मुक्केबाजी में अभ्यास के लिए हमेशा एक जोड़ीदार की जरूरत होती है पर सवाल है कि अभ्यास किसके साथ करें। ऐसे में शैडो प्रैक्टिस कर लेती हूं लेकिन यह भी कितनी देर कर सकती हूं। कुछ देर के बाद ही ऊब जाती हूं। घर में थोड़ा-बहुत जिम का सामान है, उसी से काम चला लेती हूं क्योंकि सारे जिम बंद कर दिए गए हैं। घर के सारे सदस्य साथ हैं। उनके साथ समय भी अच्छा बीत रहा है लेकिन प्रैक्टिस के समय पर जैसे बेचैनी बढ़ जाती है। सोमवार को ही आईओसी ने ओलिंपिक्स की नई तारीख की घोषणा कर दी। इस बारे में पूजा ने कहा कि किसी को नहीं पता कि यह कोरोना संकट कब हटेगा क्योंकि यह पूरी दुनिया में फैला हुआ है। ऐसे में एक साल बाद का समय रखना मेरे लिहाज से ठीक है हालांकि अपनी व्यक्तिगत बात करूं तो अब इंतजार नहीं हो रहा। एक तरह से छटपटाहट होने लगी है कि कितनी जल्दी ओलिंपिक्स रिंग में उतरूं। पूजा ने कहा कि वह सरकार द्वारा बताए गए सोशल डिस्टेंसिंग का भरपूर पालन कर रही हैं लेकिन, मजबूरी में पार्क में दौड़ने से खुद को नहीं रोक पातीं।