
कोरोना महामारी के कारण आजकल दुनिया भर के फुटबॉल क्लब आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में सभी क्लब खर्च कम करने के तरीके तलाश रहे हैं। इस कारण महंगे खिलाड़ियों को बाहर किया जा सकता है। चीन के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान इटली में ही हुआ है और फुटबॉल क्लब युवेंटस भी इससे बचा नहीं रह सका है। खेल गतिविधियां रुक जाने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए अब क्लब अपने स्टार खिलाड़ी पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो को हटा सकता है। युवेंटस के पास तीन विकल्प हैं जिसमें वह रोनाल्डो को सात करोड़ यूरो (पांच अरब 78 करोड़ रुपये) में बेच सकता है या उनका अनुबंध नहीं बढ़ा सकता है जो 2022 में खत्म होना है। इसके अलावा युवेंटस रोनाल्डो का अनुबंध कम वेतन पर एक बचे हुए एक साल के लिए कर सकता है। रोनाल्डो जुलाई 2018 में ही क्लब से जुड़े थे और उन्होंने इससे अबतक तीन करोड़ 10 लाख यूरो कमाए हैं। रोनाल्डो और अन्य युवेंटस के खिलाड़ियों ने कमजोर आर्थिक हालात को देखते हुए वेतन कटौती करने पर सहमति जाहिर की थी। गौरतल है कि रोनाल्डो ने इस सत्र में युवेंटस के लिए विभिन्न टूर्नामेंटों में 32 मैचों में 25 गोल किए थे। कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इटली में सभी फुटबॉल टूर्नामेंट स्थगित कर दिए गए हैं।