
क्रिकेटर भी कई प्रकार टोटके मैदान पर करते रहते हैं। अगर एक बार किसी टोटके से जीत मिलती है तो उसे बार-बार आजमाया जाता है। भारत ही नहीं दुनिया भर के क्रिकेटरों में यह देखा गया है। महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर भी इससे दूर नहीं रहे हैं। उन्होंने टोटके के तौर पर किसी से कही खास जगह खड़े रहने या बैठे रहने की बात तक कही है।। 2011 विश्व कप के दौरान भी ऐसा ही हुआ था, जब भारतीय टीम 28 साल के बाद विश्व चैंपियन बनी थी। गौरव फाइनल में भारतीय टीम ने मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को हराया था। इस दौरान सचिन और सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने एक अजीब सा टोटका किया था।
सचिन इसमें फाइनल मैच में आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में अपनी सीट पर ही जमे रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल के दौरान वह सहवाग के साथ साझेदारी के बाद, ड्रेसिंग रूम में लौट आये थे और फिजियो की टेबल पर लेट गये। इस दौरान सहवाग उनके साथ ही ।' उन्होंने कहा, 'फाइनल में भी मैंने ऐसा ही किया। सहवाग वहीं थे और मैंने उनसे कहा कि वह मेरे साथ ही बैठें और कहीं ना जाएं।' सहवाग इस दौरान बालकनी पर बाहर जाकर मैच देखना चाहते थे पर सचिन ने उनसे ऐसा करने से भी मना कर दिया। सचिन ने बताया कि उनके किटबैग के अंदर कई भगवानों की तस्वीरें लगीं हुई थीं और वह फाइनल में लगातार टीम इंडिया के लिए प्रार्थना कर रहे थे। सहवाग ने आगे कहा, 'मैं बाथरूम जाना चाहता था। तब सचिन से कहा- अरे, कम से कम बाथरूम तो जाने दो लेकिन वह बोले- तू यहां से नहीं हिलेगा।।'