
नई दिल्ली । हॉकी इंडिया ने कहा है कि भारतीय खेल प्राधिकारण (साई) में रहने वाले खिलाड़ी चाहें तो अपने घर जा सकते हैं, पर वापसी के बाद उन्हें 14 दिन क्वारनटीन (सख्त पृथकवास) में रहना होगा। ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके टीम के खिलाड़ियों को कोरोना महामारी से सुरक्षित वातावरण मुहैया करने के लिए हॉकी इंडिया ने यह मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। यह दिशा-निर्देश सीनियर के साथ जूनियर राष्ट्रीय टीम को भी मानने होंगे। इस एसओपी का लक्ष्य, ‘भारतीय हॉकी टीमों के लिए एक सुरक्षित प्रशिक्षण वातावरण बनाना है, जिससे उन्हें 2021 में ओलंपिक खेलों (सीनियर टीम) और 2021 के जूनियर विश्व कप के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ तैयारी का अवसर मिलेगा।’ दस्तावेज के मुताबिक, ‘इस एसओपी में साई परिसर को कोरोना वायरस से मुक्त रखने के लिए बाहर से आए खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को बनाए रखने की सिफारिश की गई है।’ सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण और हॉकी इंडिया द्वारा पारस्परिक रूप से तय किया गया है कि खिलाड़ियों और सहायक कर्मचारियों को परिसर से जाने की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन इसके लिए उन्हें एसओपी के कड़े नियमों का पालन करना होगा। दस्तावेज में कहा गया, ‘हर खिलाड़ी और सदस्य को साई एनएसएससी परिसर को छोड़ने और घर से शिविर वापस आने का अवसर मिलेगा। भारत सरकार, साई और हॉकी इंडिया अपने संबंधित मुख्य कोचों के परामर्श से इस अवकाश की अवधि निर्धारित करेंगे।’