
नई दिल्ली । अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) ने कोरोना महामारी के कारण आर्थिक रूप से परेशान खिलाड़ियों की सहायता के लिए जुलाई से नये घरेलू सत्र की घोषणा की है। एआईटीए ने नये सत्र को जुलाई में शुरु करने का लक्ष्य रखा है। कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन से अभी सभी खेल मुकाबले रुके हुए हैं। एआईटीए को उम्मीद है कि जुलाई से पहले इस महामारी का खतरा समाप्त हो जाएगा। एआईटीए ने कहा, ‘भारतीय टेनिस खिलाड़ी और पूरी दुनिया की टेनिस प्रणाली को कोविड-19 महामारी ने प्रभावित किया है। इसके कारण दुनिया भर में प्रतियोगिताओं को अनिश्चितकाल के लिए रद्द किया जा रहा।’ उन्होंने कहा, ‘एआईटीए को उम्मीद है कि अगले दो महीने में राष्ट्रव्यापी बंदी (लॉकडाउन) पूरी तरह से हट जाएगा और यात्रा पांबदियों में भी कुछ ढील दी जायेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने जुलाई में घरेलू सत्र शुरू करने की योजना बनायी है।’ टेनिस के सभी टूर्नामेंट पिछले महीने के शुरू से ही बंद हैं और विंबलडन के दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द होने के बाद 13 जुलाई तक किसी टूर्नामेंट के होने की संभावना भी नहीं है। विम्बलडन इस महामारी के कारण रद्द होने वाला पहला ग्रैंडस्लैम था। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेनिस प्रतियोगिता के रद्द किये जाने से पहले फ्रेंच ओपन ने मई जून में होने वाले अपने टूर्नामेंट को सितंबर-अक्टूबर तक टाल दिया था। आखिरी ग्रैंडस्लैम यूएस ओपन के अपने समय पर ही श शुरू होने की उम्मीद है। इस तरह से क्ले कोर्ट और ग्रास कोर्ट का एक भी टूर्नामेंट इस सत्र में नहीं खेला जाएगा।