
नई दिल्ली ।पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ को पहली ही गेंद पर बोल्ड, लगातार 4 विकेट, फिर शतक जड़ने के बाद खिलाड़ी का भाग्य अपने आप ही खुल जाता है,लेकिन इंग्लैंड के मध्य गति के तेज गेंदबाज केवन जेम्स के साथ ऐसा नहीं हो सका। इतना सब कुछ करने के बावजूद उनकी किस्मत नहीं चमकी। आज ही के दिन यानी 1 जुलाई 1996 को केवन जेम्स पहली चार गेंदों पर चार विकेट और फिर उसी मैच में शतक जड़ने वाले पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेटर बने थे। जेम्स ने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और संजय मांजरेकर जैसे स्टार प्लेयर्स को अपना खाता भी खोलने का मौका नहीं दिया। मैच की पहली पारी में जेम्स ने कुल 5 विकेट लिए थे। 1996 में इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया ने 29 जून से 1 जुलाई के बीच हैम्पशर के साथ टूर मैच खेला। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 5 विकेट पर 362 रन पर अपनी पारी घोषित की, जवाब में हैम्पशर ने आखिरी दिन का खेल समाप्त होने तक 9 विकेट पर 458 रन बना लिए और मुकाबला ड्रॉ हो गया! इस मुकाबले में भारत की तरफ से सौरव गांगुली ने नाबाद शतक जड़ा था। मगर आज भी मुकाबले को सिर्फ जेम्स की वजह से याद किया जाता है, जिन्होंने पहले 5 विकेट लेकर 103 रन की पारी खेली।
उन्होंने इसी के साथ इतिहास रच दिया था। मैच से पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 30 गेंदबाजों ने चार गेंदों पर चार विकेट लिए थे। हालांकि एक हैट्रिक उतना मुश्किल नहीं था। जेम्स से पहले 9 खिलाड़ियों ने शतक के साथ यह उपलब्धि हासिल की थी। मगर आज से 24 साल पहले यानी 1 जुलाई 1996 को जेम्स एक ही मैच में चार गेंदों पर चार विकेट और शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। हालांकि 2009 में एक्सेस के ग्राहम नेपियर ने चार गेंदों पर चार विकेट लिए थे, मगर वह बल्ले से सिर्फ पांच रन ही बना पाए। इस प्रदर्शन के दम पर जेम्स को आसानी से इंग्लैंड की टीम में जगह मिल सकती थी, मगर ऐसा नहीं हो पाया। मध्यम गति के गेंदबाज जेम्स उस समय ही 35 साल के हो गए थे और उम्र की वजह से वह कभी इंटरनेशनल मैच नहीं खेल सके।