
नई दिल्ली । 1980 में की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के कप्तान वी भास्करन ने कहा है कि अगर भारतीय टीम को टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतना है तो उसे अपनी योजना को अमल में लाना होगा।
भास्करन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारतीय पुरुष और महिला टीम योजना को अच्छी तरह से योजना को अमल में लाना चाहिये। अगर वे ऐसा करते हैं तो मुझे भरोसा है कि वे निश्चित तौर पर पदक जीत पाएंगे।’’ भास्करन ने कहा कि अगर टीम को पदक जीतना है तो प्रत्येक खिलाड़ी को सौ फीसदी नहीं तो कम से कम 80 फीसदी योगदान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक में प्रत्येक टीम जीतने के लिए आती है और वे आपको सौ फीसदी देने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करती है। सिर्फ चार-पांच खिलाड़ियों के 80 फीसदी और बाकी खिलाड़ियों के 60 फीसदी योगदान के साथ पदक नहीं जीता जा सकता।’’ भास्करन ने कहा, ‘‘प्रत्येक खिलाड़ी के प्रदर्शन में निरंतरता होनी चाहिए और भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड भी कई बार यह बात कह चुके हैं।’’ भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक की तैयारी के लिए अर्जेन्टीना (10 और 11 अप्रैल), ग्रेट ब्रिटेन (आठ और नौ मई), स्पेन (12 और 13 मई) और जर्मनी (18 और 19 मई) के खिलाफ उनकी धरती पर हॉकी प्रो लीग मैचों के साथ करेगी और फिर स्वदेश में न्यूजीलैंड से (29 और 30 मई) को खेलेगीभिड़ेगी। भास्करन ने कहा, ‘‘हॉकी प्रो लीग में ओलंपिक खेलों से पहले शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने से अच्छी लय मिलेगी, मेरी सलाह है कि टीम इसके परिणामों को अधिक तवज्जो नहीं दे।’’