
धर्मशाला। हिमाचल के युवाओं के लिए प्रेरणा की स्रोत क्रिकेटर सुषमा वर्मा को प्रेरणा स्रोत सम्मान से नवाजा गया है। सुषमा राज्य की पहली वैसी महिला क्रिकेटर है, जो भारतीय टीम का हिस्सा बनी हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लू में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान पुरस्कार और 51 हजार रुपए की इनामी राशि दी गई। भारतीय महिला क्रिकेट टीम में विकेटकीपर-बल्लेवाज के रूप में खेलने वाली सुषमा वर्मा शिमला से सौ किलोमीटर दूर गढ़ेरी गांव की रहने वाली हैं। उनका बचपन से ही खेलों के प्रति गहरा लगाव रहा। इसी लगाव की वजह से पहाड़ी क्षेत्र में खेल सुविधाओं के अभाव के बाबजूद सुषमा ने बड़ा मुकाम हासिल किया।
वर्ष 2009 में सुषमा हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की टीम में चयनित हुईं। घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद वर्ष 2013 में उनका भारतीय महिला टीम में विकेटकीपर- बल्लेवाज के रूप में सलेक्शन हुआ। सुषमा की इस सफलता की वजह से अब राज्य में वीमेंस क्रिकेट को बढ़वा मिल रहा है। वर्ष 2017 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची थी। इसमें सुषमा वर्मा का विशेष योगदान रहा था। इसके बाद उन्हें हिमाचल सरकार ने डीएसपी के पद से सम्मानित किया था। सुषमा अबतक एक टेस्ट मैच, 38 वनडे और 19 टी-20 मैच खेल चुकी हैं। एचपीसीए ने सम्मान में गुम्मा स्टेडियम के एक पैवेलियन का नाम सुषमा वर्मा पैवेलियन कर दिया है। सुषमा वर्मा ने बताया कि उनका लक्ष्य भारत के लिए अधिक से अधिक ट्रॉफियां जीत कर लाना है। उनके मुताबिक प्रदेश की लड़कियों में बहुत अधिक प्रतिभा है। बस लड़कियों को फोकस होकर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है।