
नई दिल्ली । टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने कहा है कि उन्हें अपनी 13 साल की मेहनत के कारण ही अर्जुन पुरस्कार मिल रहा है और इसको लेकर उन्हें अपने पर गर्व है। इशांत के अनुसार इससे उनका पूरा परिवार उत्साहित है। इशांत के अनुसार उनसे अधिक उनका परिवार विशेषकर उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह इस उपलब्धि पर गर्व का अनुभव कर रही हैं। इशांत ने अपने संदेश में कहा, ‘‘जब मुझे पता चला कि मुझे अर्जुन पुरस्कार मिल रहा है तो मैं काफी खुश हुआ और अपने ऊपर गर्व महसूस करने लगा। पिछले 13 साल में मैंने काफी कड़ी मेहनत की है इसलिए यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गौरव का क्षण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे से अधिक मेरी पत्नी को मुझ पर गर्व है क्योंकि उसका मानना था कि मुझे पुरस्कार मिलना चाहिए था ।’’ इशांत ने साल 2007 में भारत की ओर से पदार्पण करने के बाद 97 टेस्ट और 80 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इस गेंदबाज ने कहा कि व्यक्ति प्रदर्शन के बारे में सोचने की जगह मेरी प्राथमिकता हमेशा ही मैच जीतना होती है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम की मानसिकता यह है कि कैसे जीता जाए, हमारे लिए यह सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, इसलिए हम व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में नहीं सोचते।’’ टीम हर बल्लेबाज के हिसाब से रणनीति बनाती है। हम मैदान पर अपनी योजनाओं को अमल में लाने का प्रयास करते हैं।’’