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जब भी अवसर मिलेगा बेहतर बल्लेबाजी करुंगा : शार्दुल  सिराज को पांच विकेट मिलने से खुशी हुई 

जब भी अवसर मिलेगा बेहतर बल्लेबाजी करुंगा : शार्दुल  सिराज को पांच विकेट मिलने से खुशी हुई 

मुंबई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में शानदार गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सबका ध्यान खींचने वाले तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने कहा है कि वह गेंदबाजी ऑलराउंडर की भूमिका निभा सकते हैं। शार्दुल ने इस मैच में सात विकेट लेने के साथ ही पहली पारी में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 67 रन भी बनाये थे। वहीं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सात अर्धशतक लगाने वाले शार्दुल ने कहा, ‘‘हां, मुझे गेंदबाजी ऑलराउंडर कहा जा सकता है, मेरे पास बल्लेबाजी करने की क्षमता है और यहां तक कि भविष्य में मुझे जब भी बल्लेबाजी का मौका मिलेगा तो मैं टीम के स्कोर में उपयोगी योगदान दूंगा।’’
शार्दुल के पास ब्रिस्बेन में दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर इस प्रदर्शन को और यादगार बनाने का मौका था, लेकिन उन्हें इसे हासिल नहीं कर पाने का दुख नहीं है बल्कि अपने साथी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के लिए खुशी है, जिन्होंने इस पारी में पांच विकेट लिए। उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, मुझे दूसरी पारी में पांच विकेट हासिल नहीं करने का कोई मलाल नहीं है। अगर मैं पांच विकेट लेता तो अच्छा होता, लेकिन मुझे सिराज के लिए खुशी है और मैंने प्रार्थना की थी कि उसे पांच विकेट मिले, क्योंकि वह मुश्किल समय का सामना कर रहा था।’’ सिराज जब टीम के साथ थे तब भारत में उनके पिता का निधन हो गया, लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया और स्वदेश लौटने का विकल्प मिलने के बावजूद राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने का फैसला किया। शार्दुल ने कहा, ‘‘यह उसके लिए भावनात्मक सीरीज थी। हाल में उसके पिता का निधन हो गया और उसने बताया कि कैसे उसके पिता चाहते थे कि वह क्रिकेट खेले। वह भले ही इस दुनिया में मौजूद नहीं है, लेकिन वह जहां भी हैं वहां से उसे देख रहे हैं और उसे पांच विकेट हासिल करते हुए देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई होगी।’’
शार्दुल अपने प्रदर्शन से काफी संतुष्ट हैं और इस 29 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा कि यह विशेष प्रदर्शन था क्योंकि यह उन्होंने मुश्किल हालात और मजबूत विरोधी के खिलाफ किया। उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में खेलना आसान नहीं होता, सभी को ब्रिसबेन में उनके रिकॉर्ड के बारे में पता है, उन्होंने 1988 से वहां कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया था जब तक कि हमने उन्हें नहीं हराया।’’ 
 

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