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राहुल द्रविण के भरोसे पर खरे उतरे आवेश  - 3 मैच में खाता नहीं खुला, चौथे में झटके चार विकेट 

राहुल द्रविण के भरोसे पर खरे उतरे आवेश  - 3 मैच में खाता नहीं खुला, चौथे में झटके चार विकेट 

नई दिल्ली । टीम इंडिया ने राजकोट में हुए चौथे टी20 में दक्षिण अफ्रीका को 82 रन से हरा दिया है। इस जीत के साथ ही भारत ने 5 टी20 की सीरीज 2-2 से बराबर कर ली है। भारत की जीत में तीन खिलाड़ियों दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या और आवेश खान की अहम भूमिका रही है। कार्तिक ने मुश्किल घड़ी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए टी20 में अपना पहला अर्धशतक जड़ा। हार्दिक ने भी 31 गेंद में 46 रन की पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों की बदौलत भारत चौथे टी20 में दक्षिण अफ्रीका को 170 रन का लक्ष्य दे पाया। 
इसके बाद आवेश खान ने चार विकेट झटककर बल्लेबाजों की मेहनत को सही अंजाम तक पहुंचा दिया। आवेश खान पर चौथे टी20 से पहले काफी दबाव था, क्योंकि सीरीज के पहले तीन मुकाबलों में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। कहा जा रहा था कि आवेश की जगह अर्शदीप सिंह को मौका दिया जा सकता है। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने आवेश पर भरोसा जताया और चौथे टी20 में भी इस गेंदबाज को प्लेइंग-इलेवन में शामिल किया। आवेश भी इस भरोसे पर खरे उतरे और तीनों मैच की कसर चौथे टी20 में 4 विकेट लेकर निकाल दिया। आवेश ने 4 ओवर में महज 18 रन देकर 4 विकेट झटके। इसमें से तीन विकेट तो उन्होंने एक ही ओवर में लिए। यह टी20 में उनका बेस्ट प्रदर्शन है।
सीरीज के पहले 2 मुकाबले गंवाने के बाद भारतीय कोच राहुल द्रविड़ के लिए प्लेइंग-इलेवन में बदलाव करना सबसे आसान विकल्प था, लेकिन, उन्होंने चारों मैच में प्लेइंग-इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया। यही वजह है कि शुरुआती कुछ मुकाबलों में विकेट के लिए तरस रहे आवेश ने शानदार कमबैक किया। मैच के बाद आवेश ने कहा चार मुकाबलों में भी प्लेइंग-इलेवन में कोई चेंज नहीं हुआ, तो इसका श्रेय राहुल सर को जाता है। वह हर खिलाड़ी को मौका देते हैं। वह एक-दो मैच में खराब प्रदर्शन के आधार पर किसी खिलाड़ी को ड्रॉप नहीं करते, क्योंकि आप एक-दो मैच से किसी खिलाड़ी की क्षमता को नहीं आंक सकते। 
हर खिलाड़ी को खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त मैच मिल रहे हैं। मेरे ऊपर चौथे टी20 से पहले दबाव था। मैंने पिछले तीन मुकाबलों में कोई विकेट नहीं लिया था। लेकिन, राहुल सर और भारतीय टीम मैनेजमेंट ने मुझे एक और मौका दिया और मैंने 4 विकेट के साथ मैच खत्म किया। मेरे लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता था। 
 

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