
दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन, 16 पदक जीते
भारतीय मुक्केबाजों ने 16 पदकों के साथ 13वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में अपने अभियान का समापन किया। विकास कृष्ण ने 69 किग्रा और पिंकी रानी ने 51 किग्रा में स्वर्ण जीते। पुरुष वर्ग में विकास के अलावा स्पर्श कुमार ने 52 किग्रा और नरेंदर ने 91 किग्रा में स्वर्ण पदक अपने नाम किये। वहीं महिला मुक्केबाजों में सोनिया लाठेर ने 57 किग्रा और मंजू बमबोरिया ने 64 किग्रा वर्ग में स्वर्ण हासिल किया। भारत ने यहां मुक्केबाजी स्पर्धाओं में 12 स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया है। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास ने पाकिस्तान के गुल जैब को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से पराजित किया। नरेंदर ने नेपाल के आशीष दुवादी को आसानी से 5-0 से हराया। स्पर्श कुमार को हालांकि पाकिस्तान के सैयद मोहम्मद आसिफ के खिलाफ 4-1 की जीत के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। अंतिम दिन भारत के वरिंदर सिंह को ही 60 किग्रा स्पर्धा में हार का सामना करना पड़ा। वरिंदर को कड़े मुकाबले में नेपाल के सानिल शाही ने 2-3 की हरा दिया। इस प्रकार उन्हें रजत पदक ही मिल पाया। वहीं फाइनल में उतरी सभी भारतीय महिला मुक्केबाजों को जीत मिली। सोनिया ने श्रीलंका की क्रिस्मी आयोमा दुलांग लंकापुरयालगे को आसानी से 5-0 से हरा दिया। रानी ने नेपाल की राइ माला को 3-2 से हराया जबकि मंजू ने भी नेपाल की ही पूनम रावल को इसी अंतर से शिकस्त दी। अंकित खटाना ने 75 किग्रा, विनोद तंवर ने 49 किग्रा, सचिन ने 56 किग्रा, गौरव चौहान ने 91 किग्रा, के श्रीनिवासन ने 48 किग्रा और प्रवीण ने 60 किग्रा वर्ग में भारत के लिए स्वर्ण जीते।